Saturday, September 14, 2013

हिंदी दिवस.

‎*** " हिंदी दिवस "***

१४ सितम्बर १९४९,को हमारे देश कि संविधान सभा ने हिंदी भाषा को देश कि औपचारिक भाषा का दर्जा प्रदान किया और १४ सितम्बर को " हिंदी दिवस "के रूप में मनाने की घोषणा की | हिंदी भाषा को देवनागरी लिपि में सन १९५० में अनुच्छेद ३४३ के अंतर्गत राष्ट्रभाषा का दर्जा दिया गया |

हिंदी भाषा प्रेम, मिलन और सौहार्द की भाषा है,इस भाषा की उत्पत्ति ही इस बात का प्रमाण है | हिंदी मुख्यतः आर्यों और पारसियों की देन है | हिंदी के अधिकतम शब्द संस्कृत,अरबी और फारसी भाषा से लिए गये है और यह भाषा अवधी,ब्रज आदि स्थानीय भाषाओँ का परिवर्धन भी है | इसीलिए तो इस भाषा को "सम्बन्ध भाषा" के नाम से भी जाना जाता है | हिंदी (खड़ी बोली) की पहली कविता प्रख्यात कवी "अमीर खुसरों" ने लिखी थी |
स्वतंत्रता संग्राम के समय तो हिंदी का प्रयोग अपने चरम पर था | भारतेंदु हरिश्चंद्र, मुंशी प्रेमचंद, जयशंकर प्रसाद, हरिशंकर परसाई, महादेवी वर्मा, हरिवंश राय बच्चन,सुभद्रा कुमारी चौहान जैसे लेखकों और कवियों ने अपने शब्दों से जन मानस के ह्रदय में स्वतंत्रता की अलख जलाकर इस संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है | महात्मा गाँधी जी के स्वदेशी आन्दोलन में तो अंग्रेजी भाषा का पूर्ण रूप से त्याग कर हिंदी भाषा को अपनाया गया |
हिंदी भाषा का स्वरुप ही अलग है, यह भाषा अत्यंत मीठी और खुले प्रकृति की भाषा है | हिंदी अपने अन्दर हर भाषा को अन्तर्निहित कर लेती है और अपने इसी गुण के कारण ही वर्तमान में विश्व की चौथी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है | यह भाषा केवल एक देश तक सीमित नही है, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया, सिंगापुर जैसे कई देशों तक इसका विस्तार है | हिंदी का सरल स्वाभाव इसकी लोकप्रियता को बढ़ा रहा है | कुछ बाधाएँ आयी है इसके मार्ग में,पर हमें पूर्ण विश्वास है कि हिंदी हमारे दिल में यूं ही समाकर हमारी भावनाओं को जन-जन तक पहुंचती रहेगी और राष्ट्रभाषा के रूप में हमे गौरान्वित करती रहेगी |