Sunday, September 13, 2009

चाय -चाय ! चाय तीन रूपया, ...रामपुर टैक्स एक्स्ट्रा !!

रामपुर में अगर आप चाय पी रहे हैं तो ध्यान रखना टैक्स एक्स्ट्रा है । क्या कहा तीन रुपये वाली चाय पी रहे हैं और वह भी सड़क किनारे ठेले पर ? ... तो क्या हुआ टैक्स तो देना ही होगा आख़िर आप नगर पालिका परिषद् रामपुर की सीमा में हैं और यहाँ पर चाय पर टैक्स है चाहे वह ठेले वाला हो या होटल वाला ....
अब आप कहेंगे की हमने तो कभी ऐसी बात नही देखीसुनी कि चाय पर टैक्स हो कहीं , रामपुर में भी कहीं नही देखी हमने चाय पर टैक्स । जी आप सही कह रहे हैं रामपुर में भी चाय पर टैक्स नही है... लेकिन मैं आपको बता दूँ कि अगर नगर पालिका परिषद् रामपुर द्वारा लाये गए प्रस्ताव को हम आँख बंद करके मान लेते तो आपको यहाँ चाय पर टैक्स देना ही होता जनाब क्योंकि किसी अधिकारी ने पालिका की आय बढ़ाने के लिए ये नुस्खा निकाला था और इसे एजेंडे में शामिल भी कर लिया गया था। वह तो वैधानिक बाध्यता के कारण एजेंडा तीन दिन पहले मिल गया था और मेरी नज़र उस पर पड़ी और अन्य सदस्यों के संज्ञान में भी ये बात आई तो वे सन्न रह गए। जानते हैं ये प्रस्ताव कब आया था ?? पिछले वर्ष नवम्बर में । तब , जब लोकसभा चुनाव सामने थे सरकार बहुजन समाज पार्टी की चल रही थी और पार्टी के संभावित उम्मीदवार ने घूमना भी शुरू कर दिया था। न पार्टी की फिकर न पब्लिक की । लेकिन अंत भला तो सब भला ... सदन में ये प्रस्ताव गिरा दिया गया और श्रेय गया विपक्ष को।
... एक चाय हो जाए ? ??